लोग तुम्हें ही पाग़ल समझेंगे।
हँसते रहो
मुस्कुराते रहो,
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नाचते रहो, सदा खिल-खिलाते रहो;
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मेरा क्या है, . .
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लोग तुम्हें ही पाग़ल समझेंगे।
मुस्कुराते रहो,
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नाचते रहो, सदा खिल-खिलाते रहो;
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मेरा क्या है, . .
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लोग तुम्हें ही पाग़ल समझेंगे।
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