दरवाजा खटका, खोला तो सामने सुन्दर, चमचमाती , तलाकशुदा, पड़ोसन सजी सजाई खड़ी थी वह बोली, अकेला पन अब सहन नहीं होता, मैं भी चाहती हूं कि बाहर निकलूं, ड्रिंक, डांस, डिनर के साथ लाइफ एन्जॉय करुं, क्या आप आज रात फ्री हैं? दिल की धड़कनेंकाबू में करते हुए मैने हां कह दिया हूँ , वह बोली, आज रात मेरे बच्चों का ख्याल रख लीजिए, प्लीज़