Ladkiya Har Mode Par Darti Hai
लडकियाँ हर मोड़ पे डरती हैं ...
○ अकेली हो तो सुनसान राहों का डर,
○ भीड़ में हो तो लोगों का डर,
○ हवा चले तो दुपट्टा उड़ने का डर,
○ कोई देखे तो उसकी आँखों का डर,
○ बचपन हो तो माँ बाप का डर,
○ जवान हो तो लडकों का डर,
वो डरती हैं, और तब तक डरती हैं जब तक,
इन्हें कोई जीवन साथी नहीं मिल जाता,
और यही वो शख्स होता है,
जिससे वो सबका बदला लेती है ... !
○ अकेली हो तो सुनसान राहों का डर,
○ भीड़ में हो तो लोगों का डर,
○ हवा चले तो दुपट्टा उड़ने का डर,
○ कोई देखे तो उसकी आँखों का डर,
○ बचपन हो तो माँ बाप का डर,
○ जवान हो तो लडकों का डर,
वो डरती हैं, और तब तक डरती हैं जब तक,
इन्हें कोई जीवन साथी नहीं मिल जाता,
और यही वो शख्स होता है,
जिससे वो सबका बदला लेती है ... !
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