विवाह एक भरोसा है, समर्पण है
विवाह एक भरोसा है, समर्पण है,
*तारीफ उस स्त्री की, जिसने खुद का घर छोड़ दिया.*
*धन्य वो पुरुष, जिसने अंजान स्त्री को घर सौंप दिया*
*तारीफ उस स्त्री की, जिसने खुद का घर छोड़ दिया.*
*धन्य वो पुरुष, जिसने अंजान स्त्री को घर सौंप दिया*
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